फिरहाद हकीम ने कहा की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सत्यता की प्रतीक है, वो कभी झूठ नही बोलती है, यह पहले से तय था कि ममता दीदी को नीति आयोग में बोलने नही दिया जाएगा।
नीति आयोग की बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के वक्तव्य के दौरान कथित तौर पर उनका माइक बंद किये जाने के खिलाफ तृणमूल विधायकों ने विधानसभा में जोरदार विरोध किया। इस पुरे घटनाक्रम की भर्सना करते हुए तृणमूल नेताओं ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया।
तृणमूल द्वारा विधानसभा के भीतर चर्चा प्रस्ताव मानस भुइया द्वारा लाया गया जिसके बाद इसपर बहस शुरू हुई। मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा की देश की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री का माइक बन्द कर बंगाल के साथ दुर्व्यवहार किया गया है। उन्होंने आगे चेताया की इस घटना के लिए देश माफ नही करेगा।
वहीं फिरहाद हकीम ने कहा की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सत्यता की प्रतीक है, वो कभी झूठ नही बोलती है, यह पहले से तय था कि ममता दीदी को नीति आयोग में बोलने नही दिया जाएगा। बता दें की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का केंद्रिया वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने खंडन किया था।
दूसरी ओर भाजपा विधायकों ने विधानसभा में प्रदशर्न किया। विधायक शंकर घोष ने आरोप लगाया की ममता बनर्जी झूठ बोल रहीं हैं।